देश को आज़ाद हुए 75 साल से ज़्यादा हो चुके हैं, लेकिन सरगुजा क्षेत्र में रेलवे विस्तार अब तक अधूरा है। अंग्रेज़ों के समय से ही इस क्षेत्र में रेल परियोजनाओं की जरूरत महसूस की गई थी, लेकिन अब तक इसे पूरा नहीं किया गया।
स्थानीय निवासियों और जनप्रतिनिधियों ने रेलवे सुविधाओं में सुधार की मांग तेज कर दी है। सामाजिक कार्यकर्ता सुजान बिंन्द ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर इस ओर ध्यान देने का आग्रह किया है।

मुख्य मांगों में भटगांव से म्योरपुर (रेणुकूट) और परसा केते से कटघोरा रेलवे लाइन जोड़ने की मांग प्रमुख है। इसके अलावा, दुर्ग से हजरत निजामुद्दीन जाने वाली छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को सप्ताह में तीन दिन अंबिकापुर से संचालित करने, अंबिकापुर से रायपुर के लिए इंटरसिटी ट्रेन शुरू करने और नागपुर तक रेल सेवा बढ़ाने की जरूरत बताई जा रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता सुजान बीन्द ने अंबिकापुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘महाकवि कालिदास टर्मिनल’ करने और करंजी में ट्रेन बोगियों की सफाई के लिए वाशिंग पीट स्थापित करने की भी मांग की हैं।
सरगुजा को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने की ये मांगें वर्षों से लंबित हैं। अब देखना यह होगा कि रेलवे मंत्रालय इन मांगों पर क्या कार्रवाई करता है।