बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। इस घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मुकेश की हत्या उसके ही रिश्तेदारों ने सुनियोजित तरीके से की और शव को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया।
पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह-
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि हत्या की वजह पुरानी रंजिश है। चंद्राकर ब्रदर्स के मनकेली इलाके में करोड़ों की लागत से बन रहे निर्माणाधीन सड़क की खबर मुकेश ने उजागर की थी। इससे नाराज होकर आरोपियों ने उसकी हत्या की साजिश रची।
हत्या की पूरी साजिश-
1 जनवरी को दिनेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, सुरेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके ने मिलकर हत्या की योजना बनाई। वारदात के बाद शव को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया। जांच के दौरान पुलिस ने सबसे पहले दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने अपराध कबूल किया और साजिश का खुलासा किया।
जांच जारी, एक आरोपी फरार-
पुलिस ने हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि चौथा आरोपी सुरेश चंद्राकर फरार है। सुरेश की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित की गई हैं। पुलिस ने सुरेश के तीन बैंक खातों को सीज कर दिया है और उसके गंगालूर स्थित यार्ड में अवैध निर्माण को भी ध्वस्त कर दिया है।
आईजी का बयान-
आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया। सभी वित्तीय लेनदेन और अन्य संपत्तियों की जांच भी की जा रही है।
