छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व वन एवं गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने राज्य में हुए सैकड़ों करोड़ के भ्रष्टाचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कोरबा जिले सहित प्रदेश के विभिन्न विभागों, विशेषकर स्वास्थ्य विभाग और डीएमएफ (जिला खनिज निधि) फंड में हुए घोटालों के प्रमाण सहित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय खनिज मंत्री और केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को पत्र लिखकर सीबीआई जांच की मांग की है।

केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का सख्त रुख

इस शिकायत पर केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने त्वरित संज्ञान लेते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को निर्देशित किया है। आयोग ने मुख्य सचिव को शिकायत की प्रति भेजकर मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए समयसीमा निर्धारित की है।

इफ्फत आरा समेत दो प अधिकारियों पर आरोप

शिकायत में  अधिकारी इफ्फत आरा और दो अन्य  अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने अपने पत्र में स्पष्ट शब्दों में मुख्य सचिव से जांच का आदेश दिया है। यह पत्र अब नौकरशाही और राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।

ननकी राम कंवर ने कहा कि बस्तर और सरगुजा जैसे आदिवासी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार ने विकास को बाधित कर दिया है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि प्रदेश कब तक भ्रष्ट राजनीतिज्ञों, ठेकेदारों और नौकरशाहों के गठबंधन का शिकार रहेगा।

उन्होंने प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगे।

Telegram
WhatsApp
URL has been copied successfully!