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कोरिया- छत्तीसगढ़ अब जंगली जानवरों का कब्रगाह बनता दिखाई दे रहा है। पिछले एक पखवाड़े में कई हाथी असमय करेंट की चपेट में आकर मारे गए। अब कोरिया जिले के गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्द्यान जिसे हाल ही में टाईगर रिसर्व का दर्जा मिला था यहा से एक बाघ की हत्त्या की खबर ने वन्यजीव प्रेमियों को स्तब्ध कर दिया है। कोरिया जिले मे सोनहत क्षेत्र में नदी के पास बाघ का शव मिला है. बाघ के शव से आंखें और नाखून गायब है . इससे बाघ का शिकार किए जाने की आशंका को मजबूती मिलती है। बहरहाल कहने को वन विभाग आगे की कार्रवाई में जुटा हुआ है ,हालांकि ये सबको पता है की विभाग जंगली जानवरों को लेकर कितना संवेदनशील है खैर. फिलहाल विभाग  बाघ की किन परिस्थितियों में मौत हुई। इसकी जांच कर रही है। जाँच इसलिए भी होनी चाहिए क्योंकि  स्थानीय लोगों का कहना है कि बाघ की आंखें नाखून गायब हैं ।

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कोरिया जिले के पटना अंतर्गत टेमरी तेंदुआ जैसे गाँव में अक्टूबर माह से बाघ का मूवमेंट बना हुआ था। इससे यहां के ग्रामीणों में काफी दहशत का माहौल व्याप्त रहा। ख़बरों के मुताबिक इन क्षेत्रों में बाघ ने दो मवेशियों का शिकार भी किया था जो वन विभाग के कैमरे में कैद हो गया था। अब जांच के बाद ही पता चल पायेगा की क्या ये वही बाघ है जिस्का शव मिला है।

 

बीबीसी के वरिष्ठ पत्रकार आलोक पुतुल ने एक्स पर लिखा है-  छत्तीसगढ़ वन्यजीवों के लिए अभिशप्त हो चुका है.
पिछले 20 दिनों से वन विभाग कोरिया जिले में बाघ की निगरानी का दावा कर रहा था.आज उस बाघ का शव मिला है.
कभी।  यानी छत्तीसगढ़ बनने के बाद 43 बाघ वाले छत्तीसगढ़ में टाइगर रिजर्व में अब सिर्फ 7 बाघ बचे हैं, जिस मप्र से अलग यह राज्य बना है,वहां अब भी 780.बाघ हैं ,वाकई ये हमारे प्रदेश के लिए बहुत चिंता की बात है पर अफ़सोस की जंगली जानवरों की लगातार मौत के बाद भी चिंता करने वाला कोई जिम्मेदार अपराध बोध से ग्रसित दिखाई नहीं देता।